किसी इंसान की पर्सनालिटी और उसका चरित्र उसकी स्ट्रांग मेमोरी पर निर्भर करता है।
यह तो सब जानते है की जितनी हमारी मेमोरी स्ट्रांग होगी उतने ही हम जीवन में सफल होंगे लेकिन यह बहुत कम लोग जानते है की मेमोरी को कैसे बढ़ाया जा सकता है।
क्या आप जानते है की मेमोरी को किसी भी उम्र में बढ़ाया जा सकता है आज साइंस भी ये मानती है की यदि हम अपनी कुछ आदतों में बदलाव लाये तो हमारी मेमोरी और मेटल फोकस को तत्काल बदला जा सकता है। साइंस की भाषा में मेमोरी को बढ़ाने की प्रक्रिया को Neurogenesis कहा जाता है। इस बुक समरी में आपको वो टिप्स मिलेगी जो आपके मेमोरी को चौगुना बढ़ा देगी.
इस बुक का नाम है “Memory power-How to develop,Train and Use it”
आप जो जो चाहते हैं जिसको पाने की कामना करते हैं उसको पाने के लिए आप अवचेतन मस्तिष्क को आदेश दे वो वक्त आने पर आप की कामना अवश्य पूरी करेगा.
Whatever you want, whatever you wish to get, you order the subconscious mind to get it.He will definitely fulfill your wish when the time comes.
अगर आप चाहते हैं कि आप की स्मरण शक्ति मेमोरी पावर बहुत बढ़ जाए तो आप अपने अवचेतन मस्तिष्क को बार-बार याद दिलाए की आपको अपनी स्मरणशक्ती चौगुनी विकसित करनी है। तो आपका अवचेतन मन आपकी यह मनोकामना बड़े चमत्कारी ढंग से पूरी जरूर करेगा.
मेमोरी बढ़ाने के नेचुरल तरीके पहले तो इस बात पर डिपेंड करते हैं कि आप अपनी मेमोरी को रोज कितना उपयोग करते हैं?
किस चीज पर कितने ध्यान से आप अपना प्रभाव डालते हैं?
हम किस लाइन में अपने विचारों को बनाते हैं?
मेमोरी के डेवलपमेंट में यह चीजें बहुत इंपोर्टेंट है, Use And Review, अटेंशन एंड इंटरेस्ट और इंटेलिजेंट एसोसिएशन
दिमाग की एक्सरसाइज करके उसको स्ट्रांग बनाया जा सकता है। मेमोरी को अगर ठीक ढंग से यूज करेंगे तो वह बढ़ेगी और गलत तरीके से यूज करेंगे तो घटेगी.
ऑथर बताते हैं कि हर इंसान को अपने मन से तस्वीर बनाने की एबिलिटी को डेवलप करना चाहिए.
जब भी आप कुछ पढ़ रहे हो या सुन रहे हो तो आप इमेजिन कीजिए चीजों को इस तरह करने से चीजे आपके ब्रेन में लंबे समय तक रहेगी.
मेमोरी के मशहूर मामले
मेमोरी की कोई लिमिट नहीं है। यह इंसान पर डिपेंड करता है कि वह उसे कितना बढ़ा सकता है?
आइए कुछ हिस्ट्री और कुछ present के केस को देखते हैं।
आज इस धरती पर कई ऐसे विद्वान लोग हैं जो गीता के 300000 शोल्को को मुंह पर याद कर सके.
मेमोरी सिस्टम Memory System
जब हम किसी चीज को याद करना चाहते हैं तो वह बिना किसी कांशियस थॉट के बाहर निकल आती है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जब हम किसी चीज को याद करना चाहते हैं तो वो कांशियस कोशिश के बावजूद बाहर नही आ पाते.
लेकिन जब हम किसी और चीज पर ध्यान देते हैं तो वो चीज बिना किसी कांशियस के अपने आप ऊपर आ जाती है।
*Attention Meditation Memory*
मेमोरी के डेवलपमेंट में ध्यान बहुत ही जरूरी है
द आर्ट ऑफ मेमोरी ही ध्यान यानी की अटेंशन है?
बिना ध्यान के मेमोरी को पैदा ही नहीं किया जा सकता। यह दिमाग का नियम है
हमारे दिमाग का सबकॉन्शियस पार्ट एक बड़ा स्टोर हाउस है।जिसमें बाहर और अंदर हो रहे इफेक्ट्स के मेंटल रिकॉर्ड रखे जाते हैं
*आप जितना जिस चीज पर ध्यान देते हैं, उतना ही उसका प्रभाव पड़ता है। आपका कम ध्यान देंगे तो उस चीज का आप पर कम प्रभाव पड़ेगा और ज्यादा ध्यान देंगे तो उसका ज्यादा प्रभाव पड़ेगा
किसी भी चीज पर ध्यान देने से उसमें दिलचस्पी पैदा की जा सकती है
ऑथर ने ध्यान को डिवेलप करने के ३ नियम दिए हैं
पहला विल पावर को यूज करने का डिसीजन ले।
दूसरा आर्ट ऑफ अटेंशन सीखने की स्किल्स को डिवेलप करें।
तीसरा पूरे मन से इसकी प्रैक्टिस करें।
विल पावर बढ़ाने का आपको संकल्प लेना होगा यह इतना आसान नहीं है जितना दिखता है
आइए जानते हैं आप अपना विल पावर कैसे बढ़ा सकते हैं धीरे-धीरे?
**शुरुआत में किसी भी चीज की लंबी प्रैक्टिस ना करें। बीच-बीच में रेस्ट करें। जल्द ही आप देखेंगे कि यह करना आपके लिए आसान हो गया है। फिर आपको उस चीज में इंटरेस्ट आना शुरू हो जाएगा जो चीज आपने स्टार्ट की थी।
जैसे कि उदाहरण के तौर पर आपने एक किताब ली तो उस किताब को आप ध्यान से पढ़ें और देखें कि उसमें किस प्रकार से लिखा गया है। किताब की प्रिंटिंग कैसी है और टाइपिंग कैसी है? किताब में कितने पेजेस है कितने पाठ है और हर पाठ में कितने पेजेस है और छोटी-छोटी चीज पर ध्यान दे ताकि आप किसी और इंसान को इस किताब के बारे में अच्छे से बता सके।
शुरुआत में ही आपको थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन ऐसा सिर्फ शुरू में होगा जब आप थोड़ी प्रैक्टिस करेंगे तो आपको नई-नई जानकारियां मिलेगी और फिर आपको इंटरेस्ट आना शुरू हो जाएगा फिर आप देखेंगे कि आप छोटी-छोटी चीजों को भी नोटिस करने लग गए हैं
किसी भी मुश्किल चीज को समझने के लिए सबसे पहला नियम है कि उस चीज को आप पहली बार में समझने की कोशिश ना करें
ऑथर ने एक नियम को बताया है(ऑब्जरवेशन) किसी भी चीज की डिटेल्स को ध्यान से देखना.
ब्रेन की पावर को बढ़ाने के लिए ऑब्जरवेशन की प्रक्रिया को तेज करना जरूरी है।
ऑब्जरवेशन यानी कि अवलोकन की शक्ति को बढ़ाने के लिए किसी भी वस्तु को ध्यान से देखें,उसके बारे में उसकी पूरी डिटेल निकालने की कोशिश करें
अवलोकन की शक्ति बढ़ाने के लिए यह उदाहरण का उपयोग करें
आप एक बंद कमरे में बैठ जाइए एक कागज और पेन ले करके उसके बाद में आप आंखें बंद करके उस कागज पर उन सारी वस्तुओं को लिखना शुरू करें जो आपके कमरे में है
कल्पना शक्ति(Imagination)कैसे विकसित करें?
*आप जैसा सोचते हैं वैसा बन जाते हैं। आपकी कल्पना शक्ति ही आप को सफल बनाने में मदद करती है
आप जो कुछ भी चाहते हैं, उसकी कल्पना करना शुरू कर दें जैसे कि आप चाहते हैं कि आपकी मेमोरी पावर स्मरणशक्ती बहुत बढ़ जाए तो आप यह इमेजिंग करें कि आपकी मेमोरी पावर बहुत बढ़ गई है। आप जो भी पढ़ रहे हैं वह आपको जाट से याद हो गया है
प्रत्येक वस्तु को गौर से देखें उसे परखे और उससे संबंधित सवालों को ढूढने की कोशिश करे
किसी भी वस्तु को गौर से देखें और खुद से सवाल पूछे कि यह वस्तु किस चीज से बनी है,इसे क्यों बनाया गया है इसके क्या फायदे और नुकसान हैं?
First अपने आप को किसी चीज में इंटरेस्ट लेने के लिए बाउंड करें
Second उस चीज को ऐसे देखे जैसे कि उस चीज के बारे में आपको किसी इंसान को पढ़ाना हो या उसे समझाना हो
*अपने सबकंशस माइंड को ऑर्डर दे कि वह हर देखे जाने वाली चीज को note करें सबकॉन्शियस माइंड से कहे कि भाई तुम ही इस चीज को देखो और मेरे लिए याद करो
जब बात वापस किसी चीज को याद करने की आती है तो हमें यह दो नियम का पालन करना होता हैं
1.Rule of association
रूल ऑफ एसोसिएशन के २ नियम हैं
फर्स्ट लो ऑफ एप्रोक्समिटी यानि निकटता का नियम |
दूसरा लो ऑफ ईक्वालिटी यानि समानता का नियम |
लो ऑफ एप्रोक्समिटी विचारों का महान नियम हैं
The Great Rule of Law of Proximity Thoughts
ऑथर कहते हैं कि दिमाग में सहानुभूति और विचारों के बीच एक रिलेशन रहता है और जो भी चीज इसके बाद आती है वो सबसे मजबूत और इंटीमेट नेचर की होती है
प्रत्येक विचार विचारों की श्रृंखला में एक कड़ी है
उसके पहले और बाद में आने वाले कड़ी से जुड़ता है
मेमोरी को किसी और चीज के कांटेक्ट में लाया जाए तो उसे याद करना और आसान हो जाता है। ये लो ऑफ Association part है
2.लो ऑफ ईक्वालिटी
अगर एक थॉट दूसरे थॉट से जुड़ा हुआ नहीं है तो उसको याद करना आसान नहीं होता।
लो ऑफ ईक्वालिटी का मतलब है कि इक्वल प्रभावों को जोड़ना चाहे उनका टाइम और जगह अलग-अलग ही क्यों ना हो?
इक्वलिटी का नियम ये बेसिक फेक्ट बताता है की कांशियसनेस की कोई भी स्टेज हो इसके पहले की स्टेजेस को बाहर लाता है
आपके लिए यह जानना जरूरी नहीं है कि दिमाग और मेमोरी का इस्तेमाल कैसे किया जाता है बल्कि यह भी जानना जरूरी है कि ऐसा क्यों किया जाता है?
सीखने के तीन नियम है।
1.तत्परता का नियम। Promptness rule
2.अभ्यास का नियम। Law of exercise
3.प्रभाव का नियम। Law of effect
1.तत्परता का नियम। Promptness rule.
यह नियम कहता है कि जो शरीर सीखने के लिए जितना ज्यादा तैयार होगा वह उतना ही तेजी से सीखता है।
हम जिस कार्य के प्रति जितना सचेत होते हैं उस कार्य को उतना ही जल्दी सीख लेते हैं।
2.अभ्यास का नियम। Law of exercise
जिन कार्यों का हम बार-बार अभ्यास करते हैं उन्हें हम आसानी से सीख लेते हैं।
जो कुछ भी सीखा है उसे दोहराना बहुत ही जरूरी है क्योंकि दौराना एक बहुत ही आवश्यक अंग है सीखने का।
किसी भी चीज को सीखने के बाद उसका अभ्यास करना बहुत आवश्यक है। इसलिए हमें उसका अभ्यास करना चाहिए ताकि वह चीज हमें लंबे समय तक याद रह सके।
3.प्रभाव का नियम। Law of effect.
जो क्रियाएं हमें संतोष देती है वह हम काम बार बार दोहराने पर भी सिख लेते है
*STAGES OF MEMORY*
मेमोरी के प्लानिंग में कई जरूरी चरण होते हैं इसका मतलब है कि इसकी कई श्रेणियाँ होती है जिनमें मेमोरी को डिवाइड किया गया है
मेमोरी को 2 पार्ट में डिवाइड किया गया है।
1.Memory sense effect-इंद्रिया प्रभावों की मेमोरी
2.The Memory of thoughts-विचारों की मेमोरी
1. Memory sense effect
मेमोरी sense के प्रभाव में यह सभी आते हैं जैसे देखना सूंघना टच करना
2.The Memory of thoughts
इसमें फैक्ट्स,लॉजिक,इंसीडेंट जैसी मेमोरी आती है ये सेंस वाले मेमोरी के प्रभावों से ज्यादा बड़ी होती हैं
*Tips For Develop Memory*
मेमोरी को डिवेलप करने के लिए कुछ टिप ये भी है
आप जो कुछ भी पढ़ रहे हैं, लिख रहे हैं या सुन रहे हैं, उसके बारे में अपने दिमाग में विजुअल इमेजरी बनाएं
आपकी पुस्तक में दिखाई देने वाले किसी भी दृश्य, चित्र, चार्ट और अन्य ग्राफ़िक्स पर अच्छी नज़र डालें। मानसिक छवि जितनी साफ होगी, आपको उतनी ही ज्यादा याद रहेगी।
कुछ नया सीखने की चाह- want to learn something new
अगर आप अपने दिमाग को तेज़ बनाना चाहते है तो हमेशा कुछ नया सीखने की चाह रखिए। कभी संगीत में कुछ नया सीखें, कभी किसी नई भाषा को सीखें, कुछ भी ऐसा आप सीखते रहें जिस में आपको अपना दिमाग लगाना पड़े, आपके दिमाग की कसरत हो.
रोज कुछ नया सीखने के लिए तैयार रहिए। कुछ नया सीखने की आदत आपके दिमाग को हमेशा जवान बनाए रखेगी यानी की हमेशा तंदुरुस्त बनाए रखेगी। इससे आपका ज्ञान भी बढ़ेगा।
इसका मतलब यह नहीं कि आप हर थोड़े दिन में अलग अलग चीजें सीखें, आप वही चीज़ें सीखें जिनका संबंध आपके करियर से हो, आपके बिज़नेस से हो, आपकी जिंदगी से हो, जो आपकी जिंदगी में आपके काम आए.
जिस इंसान को सही समय पर सही दिमाग लगाना आ गया उसके लिए दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है, वो जो चाहे हासिल कर सकता है
*इन्सान की इतनी वैल्यू नहीं होती है जितनी किसी इंसान की बुद्धि और विचारों की वैल्यू होती है
मेमोरी को डिवेलप करने के लिए एक टिप ये भी है कि आपको सुनने की आदत को बेहतर बनाना चाहिए।
*जब भी आप किसी स्पीच को या किसी प्रोग्राम को सुन रहे हो तो आप उसके शब्दों को ध्यान से सुने और बाद में याद करने की कोशिश करे।
*अपने आपको तैयार करके बैठे कि आपको इस स्पीच या प्रोग्राम का कोई एक सेंटेंस याद करना ही है। फिर आप एक सेंटेंस को पकड़ ले और अपने मन में उसे बार बार दोहराएं तो आपके दिमाग में वो चीज बैठ जायेगी।*
अगर आपको रास्ता याद नहीं रहता तो ये टिप अपनाए इससे आपकी मेमोरी में इंप्रूवमेंट होगा.
आप जिस रास्ते पर जा रहे हैं उस रास्ते के डायरेक्शन, लैंड मार्क, मोड़ और रास्ते में पेड़ को नोटिस करना शुरू करना होगा।
आपको मैप की स्टडी करनी होगी जब तक आप को उस में इंटरेस्ट ना आ जाए।
अगर आपको रास्ता याद नहीं रहता तो आप जिस रास्ते पर जा रहे हैं एक कागज और बॉलपेन साथ लेकर जाएं और जैसे-जैसे आप रास्ते में आगे बढ़ते जाएं, उस रास्ते का मैप बनाने की कोशिश करें।सड़कों के नाम भी नोट कर लीजिए।
*Neurobics Exercise*
जब मस्तिष्क में नए विचार और कल्पना उत्पन्न नहीं होते तब न्यूरोबिक्स का सहारा लेना पड़ता है ताकि मस्तिष्क के सभी अंग अच्छी तरह से काम करना शुरू कर दे
न्यूरोबिक्स करने से आपके दिमाग में एडजेस्टमेंट यानि समायोजन ,अनुकूलन यानि एडॉप्शन ,एबिलिटी तो लर्न यानि सीखने की योग्यता और एब्सट्रैक्ट थिंकिन और अंडरस्टैंडिंग यानि समझ और विवेक यानि विजडम में सुधार आता है
दिमाग को सक्रिय करने के लिए उल्टे हाथ का प्रयोग करें
उल्टे हाथ से लिखने की कोशिश करें,उल्टे हाथ से लेनदेन का काम करें,ब्रश करें,रिमोट चलाएं,बाल बनाएं और मोबाइल फोन पर नंबर डायल करें.
पहेलियां सॉल्व करें,इशारों में बात करें,उल्टी गिनती करे,उल्टे पहाड़े पड़े.यह दिमाग को तेज करने का काफी अच्छा उपाय है
लोगों के नाम वह चेहरा आंख बंद करके याद करें हर बार नाम और चेहरा नए होने चाइए
पुरानी बातों को याद करें कब घूमने गए थे कहां घूमने गए थे वहा क्या क्या किया था
*How to memorize things like books, plays and stories?
*किताबे नाटक और कहानियां जैसी चीजें कैसे याद करें?
हम तब तक उस किताब में से कुछ नहीं सिख सकते हैं जब तक हम उसे लेखक की नजरिया से नहीं देखते.
किसी पेज को पढ़ो तो ऐसे पढ़ो कि मानो कि कभी आपने उसे देखा ही नहीं। और आप उस बारे में कुछ भी नही जानते। फिर आप अपनी मेमोरी से जो फैक्ट्स हैं उसे पकड़ लिजिए उन्हें बार बार दोहराएं फिर आप देखेंगे कि आपको उस पेज में से काफी कुछ अच्छा निकलकर मिल जायेगा किताब में याद करने के लायक जरूरी एक ही चीज है वह हैं उसका मीनिंग की आखिर वह किताब किस बारे में है?
जब भी किसी किताब के पाठ को या चैप्टर को खत्म करें तो खुद से सवाल पूछे जैसे की इसमें लेखक का क्या विचार था और लेखक क्या कहेना चाहता था फिर लेखक के विचारो को पकड़े और इस किताब को उसके नजरिए से पढ़ते चले जाएं
जब आप किसी किताब का एक चैप्टर पड़े तो दूसरा तभी शुरू करें जब आपको पहला चैप्टर पूरी तरीके से समझ में आ गया हो।
*How to Memories Numbers*
मेमोरी के तीन नियम में इंटरेस्ट,अटेंशन और प्रैक्टिस
Interest attention and practice in the three laws of memory.
आप एक नंबर लीजिए एक लाख करोड़(1000000000000) उसको 7 से डिवाइड कीजिए। फिर जो संख्या (1,42,85,71,42,857)आई है उससे गुणा कीजिए। तब आप पाएंगे कि हर बार रिजल्ट 1,42,85,71,42,857 ही आएगा उसके बाद फिर 1,42,857 आता जाएगा। यह six-digit बार-बार आते रहेंगे पीछे लास्ट में। फिर इस संख्या को गुना कीजिए 7 से फैक्टर्स सबके 9 होंगे।
*How to Remember Facts*
फैक्ट्स के बारे में क्वेश्चन पूछे?
यह कहां से आया या शुरू हुआ और कैसे पैदा हुआ? और इसकी क्या हिस्ट्री हैं और इसके क्या गुण और लक्षण हैं।
ये कैसा है और किस काम के लिए अच्छा है या इसका कैसे उपयोग हो सकता है या इसके साथ में क्या कर सकता हु।
ये क्या प्रूफ करता हैं इसका क्या रिजल्ट निकाला जा सकता है इसका क्या सही रिजल्ट हैं इसका क्या कारण होता हैं इसका क्या भविष्य है इसका स्वाभाविक अंग क्या है इसके बारे में में क्या जनता हु और सोचता हु और इसके बारे में मेरे दिमाग में क्या इमेज है और मेने इसके बारे में क्या सुना हैं.
आप एक फेक्ट को जितने ज्यादा फैक्ट्स के साथ जोड़ेंगे उतनी ही ज्यादा फैक्ट्स तैयार होंगे।
*How to Memorize Words*
एक समय में एक लाइन और एक वर्ड ही सीखे और उसका रिवीजन करें उसे दोहराए।
उसके बाद दूसरी लाइन सीख कर उसका रिवीजन करें उसे दोहराए।
फिर दोनों लाइनों को एक साथ जोड़ कर रिवीजन करें।
और ऐसा लगातार करते रहे हर नई लाइन को पिछले लाइन के साथ जोड़कर रिवीजन करें।
बार-बार इस तरह प्रैक्टिस करने से मेमोरी मजबूत होती जाती है
अगर आप वर्ड्स और सेंटेंसेस के लिए अच्छी मेमोरी को डिवेलप करना चाहते हैं तो आप अपने इंटरेस्ट के हिसाब से कंटेंट को पढ़े और चार से छह लाइन वाले phrase को पढ़िए। फिर अच्छी तरह से रिवाइज करिए जब तक एक भी वर्ड गलत ना हो सेंटेंस का या phrase का
*General Instructions of this Book*
*जब आप किसी चीज को याद करना चाहते हैं तो जितना हो सके उतना ज्यादा उसको अटेंशन दे किसी भी चीज को याद करते टाइम ज्यादा से ज्यादा अपनी एबिलिटीज और सेंस को उपयोग करे
जितना ज्यादा हो सके रूल ऑफ एसोसिएशन का यूज करें। एक सेंस को दूसरे सेंस को जोड़े और आपने जो भी सीखा उसका रिवीजन करते रहे तभी सेंस पर प्रभाव पड़ेगा। अपनी मेमोरी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करे।
किसी भी टॉपिक पर यह क्वेश्चन पूछे क्या कब कहा कैसे क्यों?
यह क्वेश्चन जादू की चाबी है। अगर आप इनका उपयोग करेंगे तो किसी भी टॉपिक को आप अच्छे से कवर कर लेंगे.
आपको मेरे द्वारा लिखी गयी यह बुक समरी यदि पसंद आयी हो तो प्लीज कमेंट करें और बताये की आपको यह बुक समरी कैसी लगी और यदि आप भी कुछ सुझाव देना चाहते हैं मेमोरी पावर बढ़ने के रिलेटेड तो आप कमेंट में जरूर दे। आपका कीमती समय देने के लिए में हितेश आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हु।